मृत्यु से डर |
मृत्यु से डर |“मृत्यु से डर क्यों लगता है, तथा इसके डर से कैसे बचा जा सकता है ? इसके बारे में मैं अपनी अति तुच्छ बुद्धी के अनुसार “विज्ञान-मूलक…
मृत्यु से डर |“मृत्यु से डर क्यों लगता है, तथा इसके डर से कैसे बचा जा सकता है ? इसके बारे में मैं अपनी अति तुच्छ बुद्धी के अनुसार “विज्ञान-मूलक…
22. देवात्मा फरमाते हैं — आपको अपने आत्मा के सत्य-मोक्ष एवं विकास के लिए देवात्मा के साथ जुड़ने की अर्थात उनकी शरणागत होने…
सबसे बड़ा धर्म है “विकासक्रम” – जो विज्ञान के द्वारा समर्थित है । प्रिय मित्रो ! प्रकृति अर्थात Nature एक है, विज्ञान बहुत से हैं । परन्तु उनके सच्चे, अटल…
विज्ञान मूलक सत्य-धर्म के सम्बन्ध में चार महान सत्य “विज्ञान-मूलक सत्य-धर्म” क्या है ? प्रकृति-सम्मत वह विधि जिसे अपनाकर मनुष्य अपने मूल अस्तित्व “आत्मा” तथा उससे…
आज का चिन्तन नरक का अर्थ वह स्थान नहीं जहाँ गलत कर्म करने वाला आदमी मरने के बाद जाता है अपितु वह…
एक मित्र ने प्रश्न किया है, कि आत्मा का आहार क्या है ? “विज्ञान मूलक सत्य धर्म प्रवर्तक भगवान देवात्मा” की अद्वितीय शिक्सग के अनुसार —जिस तरह पौष्टिक एवं संतुलित…
एक मित्र ने प्रश्न किया है, कि क्या मरने के पश्चात पुनर्जन्म होता है ? आपकी सेवा में उत्तर उपस्थित है ।नहीं, कदापि नहीं । मरने के पश्चात कोई जीव…
एक मित्र ने प्रश्न किया है, कि क्या आत्मा मृत्यु को प्राप्त होती है, या अधोगति को ?“विज्ञान मूलक सत्य धर्म प्रवर्तक एवं संस्थापक भगवान देवात्मा” की अद्वितीय शिक्षा के…
प्रिय मित्रो ! आजकल बहुत सारे तथाकथित धार्मिक-बाबाओं के किस्से चारों तरफ फैले हुए हैं | यह सब क्या है ? धर्म के नाम पर इतना पाप,…