6. विज्ञान-मूलक सत्य-धर्म के प्रवर्तक एवं संस्थापक भगवान देवात्मा के विषय मे समझने योग्य कुछ मूल बातें ।
6. देवात्मा फरमाते हैं, कि अपने परम लक्ष्य अर्थात अद्वितीय जीवन-व्रत की सिद्धि के लिए मृत्यु के निकट पहुंचकर भी निरंतर संग्राम किए जाना मेरे जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य अर्थात…