9. विज्ञान-मूलक सत्य-धर्म के प्रवर्तक एवं संस्थापक भगवान देवात्मा के विषय मे समझने योग्य कुछ मूल बातें ।
9. विज्ञान-मूलक सत्य-धर्म प्रवर्तक एवं संस्थापक भगवान देवात्मा अपनी अद्वितीय देववाणी में फरमाते हैं, कि “पिशाचत्व के समुद्र में डूबते हुए आत्माओं के लिए जीवन की आशा का मैं एक जहाज़ हूँ । तथा पिशाचत्व के असरों से गिरी हुई जमाअतों तथा क़ौमों के बचाने, उभारने तथा उन्हें ऑला बनाने के लिए मिसाल एक ख़मीर…