हमारी ज़िन्दगी का पॉयलट कौन है ?
हमारी ज़िन्दगी का पॉयलट कौन है ? प्रिय मित्रो ! हमारा ‘मनुष्य-जीवन’ एक वायुयान की न्याईं है, जिसको चलाने वाला पॉयलट अपनी क्षमता तथा योग्यता से चाहे तो सुरक्षित गंतव्य तक…
हमारी ज़िन्दगी का पॉयलट कौन है ? प्रिय मित्रो ! हमारा ‘मनुष्य-जीवन’ एक वायुयान की न्याईं है, जिसको चलाने वाला पॉयलट अपनी क्षमता तथा योग्यता से चाहे तो सुरक्षित गंतव्य तक…
माता-पिता के परम उपकार | एक एक माता अपनी संतान को अपने गर्भ में नौ महीने रखकर, असह्य कष्टों में से गुज़रती है | संतान के जन्म-काल के समय कितनी ही…
मृत्यु से डर |“मृत्यु से डर क्यों लगता है, तथा इसके डर से कैसे बचा जा सकता है ? इसके बारे में मैं अपनी अति तुच्छ बुद्धी के अनुसार “विज्ञान-मूलक…
22. देवात्मा फरमाते हैं — आपको अपने आत्मा के सत्य-मोक्ष एवं विकास के लिए देवात्मा के साथ जुड़ने की अर्थात उनकी शरणागत होने…
सबसे बड़ा धर्म है “विकासक्रम” – जो विज्ञान के द्वारा समर्थित है । प्रिय मित्रो ! प्रकृति अर्थात Nature एक है, विज्ञान बहुत से हैं । परन्तु उनके सच्चे, अटल…