विज्ञान मूलक सत्य-धर्म के सम्बन्ध में चार महान सत्य
विज्ञान मूलक सत्य-धर्म के सम्बन्ध में चार महान सत्य “विज्ञान-मूलक सत्य-धर्म” क्या है ? प्रकृति-सम्मत वह विधि जिसे अपनाकर मनुष्य अपने मूल अस्तित्व “आत्मा” तथा उससे…
विज्ञान मूलक सत्य-धर्म के सम्बन्ध में चार महान सत्य “विज्ञान-मूलक सत्य-धर्म” क्या है ? प्रकृति-सम्मत वह विधि जिसे अपनाकर मनुष्य अपने मूल अस्तित्व “आत्मा” तथा उससे…
आज का चिन्तन नरक का अर्थ वह स्थान नहीं जहाँ गलत कर्म करने वाला आदमी मरने के बाद जाता है अपितु वह…
एक मित्र ने प्रश्न किया है, कि आत्मा का आहार क्या है ? “विज्ञान मूलक सत्य धर्म प्रवर्तक भगवान देवात्मा” की अद्वितीय शिक्सग के अनुसार —जिस तरह पौष्टिक एवं संतुलित…
एक मित्र ने प्रश्न किया है, कि क्या मरने के पश्चात पुनर्जन्म होता है ? आपकी सेवा में उत्तर उपस्थित है ।नहीं, कदापि नहीं । मरने के पश्चात कोई जीव…
एक मित्र ने प्रश्न किया है, कि क्या आत्मा मृत्यु को प्राप्त होती है, या अधोगति को ?“विज्ञान मूलक सत्य धर्म प्रवर्तक एवं संस्थापक भगवान देवात्मा” की अद्वितीय शिक्षा के…
प्रिय मित्रो ! आजकल बहुत सारे तथाकथित धार्मिक-बाबाओं के किस्से चारों तरफ फैले हुए हैं | यह सब क्या है ? धर्म के नाम पर इतना पाप,…
आज का चिन्तन जहाँ पर स्वभाव में मधुरता न हो वहाँ पर पद-प्रतिष्ठा कोई मायने नहीं रखती और जिसका स्वभाव…
प्रिय मित्रो ! कल मैंने एक लेख “आजकल के धार्मिक-बाबाओं के विषय में” अपलोड किया था, जिसमे यह स्पष्ट करने का प्रयास किया था, कि साधारण लोगों को छोड़कर यदि…
प्रिय मित्रो ! हमारे अस्तित्व के दो मुख्य भाग (parts) हैं, जिनमे से एक को शरीर, जो जड़ पदार्थों से बना होता है, तथा दूसरा जीवनी-शक्ति अर्थात आत्मा हैं ।…