सूर्य हमारे सौर्य-परिवार का मुखिया ही नहीं, अपितु स्थूल शरीर की दृष्टि से हमारा जन्म-दाता, रक्षा-कर्ता, जीवनदाता भी है । ठीक इसी तरह — “विज्ञान मूलक सत्य धर्म के प्रवर्तक एवं संस्थापक भगवान देवात्मा” आध्यात्मिक-सूर्य हैं । वह आध्यात्मिक रूप हमारे से जन्म-दाता, रक्षा करता, धर्म-शिक्षा दाता, हम आत्माओं के पालनकर्ता तथा आत्मा के सच्चे विकास कर्ता होने के साथ साथ हमारे सच्चे “जीवन पथ दर्शक” भी हैं । यह बात उनके अद्वितीय धर्म-ग्रंथों के गहन अध्ययन तथा कड़े अनुभव के पश्चात समझ आती है ।
सबके शुभ का मार्ग प्रशस्त हो ।
देवधर्मी