आज का चिन्तन
जहाँ पर स्वभाव में मधुरता न हो वहाँ पर पद-प्रतिष्ठा कोई मायने नहीं रखती और जिसका स्वभाव मीठा है उसे मान-सम्मान के लिए किसी पद-प्रतिष्ठा पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। स्वभाव ही किसी आदमी की व्यक्तिगत पहचान है। प्रभाव से आप किसी को नहीं जीत सकते, अच्छे स्वभाव से सबको जीता जा सकता है।
यहाँ पर अच्छे आदमी की संज्ञा सिर्फ उसे दी जाती है, जिसका स्वभाव अच्छा हो। बड़ों से सम्मान के साथ और छोटों से प्रेम पूर्वक बात करना यह श्रेष्ठ स्वभाव के दो प्रमुख गुण हैं। अपने स्वभाव को इतना कोमल बनाओ कि किसी भी आदमी को आपसे बात करने में संकोच न हो।
कठोर व्यवहार जीवन के प्रगति पथ पर एक बाधा है। छोटी-छोटी बातों को लेकर दूसरों पर कटाक्ष करते रहना यह भी अच्छी बात नहीं है। आज का आदमी अपने हाव-भाव की बड़ी परवाह करता है मगर अपने स्वभाव की नहीं।
अत: अपने स्वभाव को अच्छा रखो ताकि आप सबके प्रिय बन सकें। चेहरा कितना भी सुन्दर क्यों ना हो स्वभाव ही प्रभाव डालता है।
जहाँ पर स्वभाव में मधुरता न हो वहाँ पर पद-प्रतिष्ठा कोई मायने नहीं रखती और जिसका स्वभाव मीठा है उसे मान-सम्मान के लिए किसी पद-प्रतिष्ठा पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। स्वभाव ही किसी आदमी की व्यक्तिगत पहचान है। प्रभाव से आप किसी को नहीं जीत सकते, अच्छे स्वभाव से सबको जीता जा सकता है।
यहाँ पर अच्छे आदमी की संज्ञा सिर्फ उसे दी जाती है, जिसका स्वभाव अच्छा हो। बड़ों से सम्मान के साथ और छोटों से प्रेम पूर्वक बात करना यह श्रेष्ठ स्वभाव के दो प्रमुख गुण हैं। अपने स्वभाव को इतना कोमल बनाओ कि किसी भी आदमी को आपसे बात करने में संकोच न हो।
कठोर व्यवहार जीवन के प्रगति पथ पर एक बाधा है। छोटी-छोटी बातों को लेकर दूसरों पर कटाक्ष करते रहना यह भी अच्छी बात नहीं है। आज का आदमी अपने हाव-भाव की बड़ी परवाह करता है मगर अपने स्वभाव की नहीं।
अत: अपने स्वभाव को अच्छा रखो ताकि आप सबके प्रिय बन सकें। चेहरा कितना भी सुन्दर क्यों ना हो स्वभाव ही प्रभाव डालता है।