सबसे बड़ा धर्म है “विकासक्रम” – जो विज्ञान के द्वारा समर्थित है । प्रिय मित्रो ! प्रकृति अर्थात Nature एक है, विज्ञान बहुत से हैं । परन्तु उनके सच्चे, अटल तथा विव्यापी नियम जैसी की आशा करनी चाहिए, केवल यही नहीं कि आपस मे विरोधी नहीं, अपितु एक-दूसरे के समर्थक हैं । अर्थात सब विज्ञानों का एक टीम-वर्क है, इस टीम का कार्य पूरी प्रकृति के विकासक्रम को आगे बढ़ाना है । इसी तरह धर्म-विज्ञान का भी यही उद्देश्य है कि वह पूरे विश्व को उच्चत्तम मेल की अवस्था में वकसित करे । पूजनीय भगवान देवात्मा यही अद्वीतिय कार्य कर रहे हैं । सब का शुभ हो ।।
देवधर्मी।
देवधर्मी।