हमारे पूजनीय सतगुरु,
तुम हो धन्य तुम हो धन्य;
तुम्हें धन्यवाद दें सतगुरु,
तुम हो धन्य तुम हो धन्य।
जीवन ज्योति के लाने को,
अंधेरा सब मिटाने को;
चढ़े सूरज हो तुम जग में ,
तुम हो धन्य तुम हो धन्य।
पाप सारे मिटाते हो,
महा दुःख से बचाते हो;
धर्म का राज लाते हो,
तुम हो धन्य तुम हो धन्य।
बहुत सोते जगाए तुम,
बहुत डूबे बचाए तुम;
बहुत उजड़े बसाए तुम,
तुम हो धन्य तुम हो धन्य।
हमारा भी तुम्हीं से ही,
हुआ है उच्च हित साधन;
कहें फिर क्यों न हम सारे,
तुम हो धन्य तुम हो धन्य।
सबका शुभ हो– सब का भला हो।