1. आत्मा तथा शरीर नामक दो विशेष प्रकार के गठन-प्राप्त जीवित अस्तित्वों से संयुक्त व्यक्ति को मनुष्य कहते हैं ।
इसी प्रकार, कई प्रकार की शक्तियोंद से विशिष्ट जो जीवित-अस्तित्व मनुष्य के शरीर मे वास करता है, उसे मनुष्य का “आत्मा” कहते हैं ।
इसी प्रकार, कई प्रकार की शक्तियोंद से विशिष्ट जो जीवित-अस्तित्व मनुष्य के शरीर मे वास करता है, उसे मनुष्य का “आत्मा” कहते हैं ।
देवधर्मी