प्रिय मित्रो ! किसी विषय मे सत्यज्ञान तथा उच्च-प्रेरणाएं लाभ करने का सबसे सरल उपाय ।
यह है कि महान व्यक्तियों की जीवन-गाथाओं का हार्दिक अनुराग -भावों से गहन अध्ययन किया जाये, तथा उनमे जो कुछ समझ आये, अच्छा लगे तथा प्रेरणादायक प्रतीत हो, उसे आत्मसात किया जाए, तथा उसके अनुसार जीवन-यापन किया जाये ।
मुझे महान व्यक्तियों के जीवनों का अध्ययन करने का बड़ा चाव रहता है, तथा मेरा महा सौभाग्य है, कि मुझे कितने ही महान व्यक्तियों का, हां विश्वके सबसे महान व्याक्ति की जीवन गाथा को पढ़ने का शुभ अवसर भी मिला हुआ है । अतः अपने निजी अध्ययन तथा अनुभव के अनुसार आपकी जानकारी में एक ऐसे महान व्यक्ति के जीवन के बारे में सांकेतिक-रूप में कुछ बातें प्रस्तुत करना चाहता हूँ, कि जिनसे उपरोक्त सारी बातें स्पष्ट होती हैं, तथा हमें जीवन मे सही मार्ग-दर्शन प्राप्त होता है । यथा —
यह महान व्यक्ति हैं “श्रद्धेय श्री P. V. Kanal जी, जिनकी जीवन-गाथा शैशवकाल से लेकर अंतिम श्वास तक उच्च एवं महान प्रेरणाओं से भरी हुई है । यथा —
यह जीवन-गाथा उस बच्चे की है, जिसने निर्धनता के वातावरण में जीवन यापन करते करते उच्च शिक्षा लाभ करने के लिए कड़ा संघर्ष किया । यह उस युवक की जीवन-गाथा है, जिसने छुआछात, जातिवाद, मिथ्या रीति-रिवाजों तथा मिथ्या विश्वासों के विरुद्ध आजीवन कड़ा संग्राम किया । यह उस महान शिक्षाविद की जीवन-गाथा है, जिसने अपना सम्पूर्ण जीवन College going नवयुवक एवं नवयुवतियों को आयु-प्रयन्त उच्च-शिक्षा तथा नैतिक-प्रेरणाएं प्रदान करने के लिए गहरे संग्राम में व्यतीत किया । यह उस महान शिष्य का जीवन-इतिहास है, जिसन अपने परम श्रद्धेय गुरु (अर्थात विज्ञान मूलक सत्य धर्म प्रवर्तक भगवान देवात्मा) के देवरूप में अद्वितीय बौद्धिक तथा भावनात्मक संतोष लाभ किया । यह उस महान शिष्य की जीवन-गाथा है, जिसने अपना सम्पूर्ण अस्तित्व अपने अद्वितीय गुरु के चरणों मे भेंट कर दिया तथा अपने हार्दिक उच्च उच्छ्वासों के द्वारा अपने महान गुरु के अद्वितीय आध्यात्मिक-जीवन तथा उसके धर्म-दर्शन का गा-गाकर अर्थात अपनी लेखनी तथा मुख से प्रचार करके विश्व मेअद्भूत चमत्कार कर दिया; तथा अंतिम श्वास तक उनकी महिमा का प्रचार-प्रसार करता रहा ।
उपरोक्त सारी बातों को यदि संक्षेप में दोहराया जाया, तो यह कहना उचित ही होगा, कि यह जीवन-गाथा एक महान शिक्षाविद, निराले समाज-सुधारक तथा सम्पूर्ण समर्पणकारी शिष्य की बहुत सुंदर, हृदयाकर्षक तथा उच्च-प्रेरणादायक छवियों का अद्भूत संगम है ।
इस “जीवन-गाथा” का पुस्तकीय नाम है — My Story — जो इंग्लिश भाषा मे प्रायः 308 पृष्ठों में लिपिबद्ध है । प्रत्येक सुपात्र एवं आत्मज्ञान के अभिलाषी जन को इसका अवश्य अध्ययन करना चाहिए ।
यह है कि महान व्यक्तियों की जीवन-गाथाओं का हार्दिक अनुराग -भावों से गहन अध्ययन किया जाये, तथा उनमे जो कुछ समझ आये, अच्छा लगे तथा प्रेरणादायक प्रतीत हो, उसे आत्मसात किया जाए, तथा उसके अनुसार जीवन-यापन किया जाये ।
मुझे महान व्यक्तियों के जीवनों का अध्ययन करने का बड़ा चाव रहता है, तथा मेरा महा सौभाग्य है, कि मुझे कितने ही महान व्यक्तियों का, हां विश्वके सबसे महान व्याक्ति की जीवन गाथा को पढ़ने का शुभ अवसर भी मिला हुआ है । अतः अपने निजी अध्ययन तथा अनुभव के अनुसार आपकी जानकारी में एक ऐसे महान व्यक्ति के जीवन के बारे में सांकेतिक-रूप में कुछ बातें प्रस्तुत करना चाहता हूँ, कि जिनसे उपरोक्त सारी बातें स्पष्ट होती हैं, तथा हमें जीवन मे सही मार्ग-दर्शन प्राप्त होता है । यथा —
यह महान व्यक्ति हैं “श्रद्धेय श्री P. V. Kanal जी, जिनकी जीवन-गाथा शैशवकाल से लेकर अंतिम श्वास तक उच्च एवं महान प्रेरणाओं से भरी हुई है । यथा —
यह जीवन-गाथा उस बच्चे की है, जिसने निर्धनता के वातावरण में जीवन यापन करते करते उच्च शिक्षा लाभ करने के लिए कड़ा संघर्ष किया । यह उस युवक की जीवन-गाथा है, जिसने छुआछात, जातिवाद, मिथ्या रीति-रिवाजों तथा मिथ्या विश्वासों के विरुद्ध आजीवन कड़ा संग्राम किया । यह उस महान शिक्षाविद की जीवन-गाथा है, जिसने अपना सम्पूर्ण जीवन College going नवयुवक एवं नवयुवतियों को आयु-प्रयन्त उच्च-शिक्षा तथा नैतिक-प्रेरणाएं प्रदान करने के लिए गहरे संग्राम में व्यतीत किया । यह उस महान शिष्य का जीवन-इतिहास है, जिसन अपने परम श्रद्धेय गुरु (अर्थात विज्ञान मूलक सत्य धर्म प्रवर्तक भगवान देवात्मा) के देवरूप में अद्वितीय बौद्धिक तथा भावनात्मक संतोष लाभ किया । यह उस महान शिष्य की जीवन-गाथा है, जिसने अपना सम्पूर्ण अस्तित्व अपने अद्वितीय गुरु के चरणों मे भेंट कर दिया तथा अपने हार्दिक उच्च उच्छ्वासों के द्वारा अपने महान गुरु के अद्वितीय आध्यात्मिक-जीवन तथा उसके धर्म-दर्शन का गा-गाकर अर्थात अपनी लेखनी तथा मुख से प्रचार करके विश्व मेअद्भूत चमत्कार कर दिया; तथा अंतिम श्वास तक उनकी महिमा का प्रचार-प्रसार करता रहा ।
उपरोक्त सारी बातों को यदि संक्षेप में दोहराया जाया, तो यह कहना उचित ही होगा, कि यह जीवन-गाथा एक महान शिक्षाविद, निराले समाज-सुधारक तथा सम्पूर्ण समर्पणकारी शिष्य की बहुत सुंदर, हृदयाकर्षक तथा उच्च-प्रेरणादायक छवियों का अद्भूत संगम है ।
इस “जीवन-गाथा” का पुस्तकीय नाम है — My Story — जो इंग्लिश भाषा मे प्रायः 308 पृष्ठों में लिपिबद्ध है । प्रत्येक सुपात्र एवं आत्मज्ञान के अभिलाषी जन को इसका अवश्य अध्ययन करना चाहिए ।
शुभ हो ।