Satya Dharam Bodh Mission

11. स्वदेश के सम्बन्ध में “विज्ञान मूलक सत्य धर्म प्रवर्तक भगवान देवात्मा” की धर्म-शिक्षा —

11.  देवात्मा फरमाते हैं,कि प्रत्येक देश के प्रत्येक नागरिक के लिए यह अति आवश्यक है, कि वह अपने देश की प्रत्येक जाति तथा उसके प्रत्येक दल/वर्ग एवं सम्प्रदाय आदि के साथी मनुष्यों में, जहां तक संभव हो, परस्पर मेलजोल तथा सद्भाव की रक्षा एवं उन्नति में यथासाध्य सहायक बने ।

प्रिय मित्रो ! आज हमारे देश की सबसे बड़ी समस्याओं में एक समस्या है आपसी सद्भाव का न होना । हमारे देश में साम्प्रदायिक अनमेल, दंगे फ़सादों आदि के अतिरिक्त आतंकवाद, अनमेल, भ्र्ष्टाचार और कई तरह की समस्याएं बहुत भयानक रूप में फैली हुई हैं । यह सारी समस्याएं हम सबके शारीरिक जीवन के साथ साथ आत्मिक-जीवन के लिए भी बहुत बड़ा ख़तरा हैं । अतः हमें हर उचित मूल्य पर सद्भाव बनाकर रखना अत्यंत आवश्यक है ।

शुभ हो ।

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