हमारे मार्गदर्शक महामान्य श्री सत्यानंद जी अग्निहोत्री (आध्यात्मिक नाम – भगवान् देवात्मा) ने आज से 150 वर्ष पूर्व 1868 में Thomson College of Civil Engineering (वर्तमान में आईआईटी रुड़की) से शिक्षा पूर्ण की। उनकी स्मृति में समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान हेतु प्रति वर्ष इस संस्थान के किसी विद्यार्थी को 20,000/-₹ का नकद इनाम व गोल्ड मेडल दिया जायेगा।
इसी प्रकार ऐसा ही इनाम व मेडल भगवान देवात्मा जी के गुरु ऋषि शिव दयाल सिंह जी की स्मृति में श्री के एस दहिया जी की
ओर से प्रारंभ किया गया।
दोनों का संक्षिप्त परिचय उपलब्ध करवाया जा रहा है।